अशनीर ग्रोवर, उनकी पत्नी और परिवार के खिलाफ BharatPe ने ठोका क्रिमिनल केस, भरपाई में मांगे 88 करोड़
BharatPe-Ashneer Grover Case: BharatPe ने अपने पूर्व को-फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर अशनीर ग्रोवर, उनकी पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर और उनके रिश्तेदारों के खिलाफ कंपनी के फंड में भारी हेराफेरी को लेकर सिविल और क्रिमिनल कार्यवाही शुरू की है.
(Image: Ashneer Grover/Instagram)
(Image: Ashneer Grover/Instagram)
BharatPe-Ashneer Grover Case: प्रमुख फिनटेक प्लेटफॉर्म BharatPe ने गुरुवार को बताया कि उसने अपने पूर्व को-फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर अशनीर ग्रोवर, उनकी पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर और उनके रिश्तेदारों के खिलाफ कंपनी के फंड में भारी हेराफेरी को लेकर सिविल और क्रिमिनल कार्यवाही शुरू की है. विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, कंपनी ने ग्रोवर्स को 18 प्रतिशत ब्याज के साथ 88.6 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए कहा है, जिसे उन्होंने फर्जी बिल बनाने, वेंडर पेमेंट और निजी इस्तेमाल जैसे अलग-अलग तरीकों से ठग लिया.
कंपनी के प्रवक्ता ने बताया, "भारतपे ने पूर्व सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक अशनीर ग्रोवर, पूर्व नियंत्रण प्रमुख, माधुरी जैन ग्रोवर और उनके परिवार के अन्य जुड़े पक्षों के खिलाफ विभिन्न दावों के लिए दीवानी और आपराधिक कार्रवाई शुरू की है, जिसमें कंपनी के धन की हेराफेरी भी शामिल है."
प्रवक्ता ने कहा, "हमें अदालतों और अधिकारियों पर पूरा भरोसा है और भरोसा है कि न्याय होगा. चूंकि मामला अदालत में विचाराधीन है, इसलिए हमारे पास इस समय कोई टिप्पणी करने के लिए नहीं है." जबकि नई दिल्ली में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के साथ आपराधिक मामला दायर किया गया है, दिल्ली उच्च न्यायालय वर्तमान में दीवानी मामले की सुनवाई कर रहा है जहां कंपनी ने ग्रोवर्स को कंपनी के फंड को चुकाने के लिए कहा है, जिसे उन्होंने अलग-अलग माध्यमों से कथित रूप से गलत तरीके से गबन किया है.
माधुरी जैन पर लगे थे कई गंभीर आरोप
TRENDING NOW
बाजार बंद होते ही Tata ग्रुप की इस कंपनी ने पेश किए दमदार नतीजे, 265% बढ़ा मुनाफा, कल शेयर में दिखेगा एक्शन
SBI ATM Card पर लगते हैं कई तरह के चार्ज, Free का समझकर लोग नहीं देते ध्यान, अकाउंट से कटते रहते हैं पैसे!
Retirement Planning: रट लीजिए ये जादुई फॉर्मूला, जवानी से भी मस्त कटेगा बुढ़ापा, हर महीने खाते में आएंगे ₹2.5 लाख
बैंकों में कबाड़ की शक्ल में गिरे पड़े थे '₹4.5 करोड़', खास कैंपेन चलाकर बटोरे, देखने वाले हो रहे हैरान
भारतपे मुकदमे में अन्य पक्ष दीपक जगदीशराम गुप्ता हैं, जो माधुरी जैन के बहनोई हैं और व्यवस्थापक प्रमुख के रूप में काम करते हैं और माधुरी जैन को रिपोर्ट करते हैं. पहले की रिपोर्ट्स के मुताबिक, माधुरी जैन ने खुद भुगतान के लिए चालान लिए और उन्हें खातों की टीम को भेज दिया. ये चालान कथित तौर पर श्वेतांक ने बनाए थे, जो उनके भाई हैं और मुकदमे में उनका भी नाम है. माधुरी पर आरोप हैं कि उन्होंने कंपनी के फंड का इस्तेमाल अपने पर्सनल ब्यूटी ट्रीटमेंट, इलेक्ट्रॉनिक आइटम की खरीद और परिवार के साथ दुबई की यात्रा में किया.
इस साल फरवरी में हेरा-फेरी के आरोपों में माधुरी जैन ग्रोवर को कंपनी से बर्खास्त कर दिया गया था और उनके पास मौजूद ESOP को भी रद्द कर दिया गया था. इसके बाद 1 मार्च को अशनीर ग्रोवर ने एक चिट्ठी जारी कर कंपनी से इस्तीफा दे दिया था.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
07:35 PM IST